दुश्वारियों के बीच क्वारैंटाइन सेंटर में नेपाली महिला ने बच्चे को दिया जन्म, पल को यादगार बनाने के लिए नाम रखा 'कोविड'

रामपुर. उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में गैर राज्यों से आए मजदूरों के लिए बने क्वारैंटाइन सेंटर में नेपाल की एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। जिला प्रशासन ने उसका नाम कोविड-19 रखा है। जच्चा-बच्चा, दोनों स्वस्थ्य हैं। प्रशासन ने दोनों की समुचित इलाज व देखरेख की व्यवस्था की है।


लॉकडाउन के बाद तमाम लोग लौटे अपने घर


कोरोनावायरस महामारी पर रोकथाम के लिए 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संपूर्ण देश में 21 दिनों का (14 अप्रैल तक) लॉकडाउन घोषित किया। इसके चलते कंपनियों के साथ होटल, रेस्टोरेंट व यातायात के सभी साधन पूरी तरह से ठप हो गए। ऐसे में रोज कमाने खाने वाले लोग बेरोजगार हो गए तो वे पैदल ही अपने घरों को रवाना हुए। कुछ अपने गांव तक पहुंचे तो कुछ बीच रास्ते में ही क्वारैंटाइन कर दिए गए। 


नेपाल जा रही थी फरीदाबाद की रहने वाली हरकला


नेपाल के बजांग जिले की रहने वाली हरकला भी उन्हीं लोगों में एक थी जो अपने पति के लिए अपने घर जाने के लिए निकली थी। वह हरियाणा के फरीदाबाद में रहती है। लेकिन लॉकडाउन के बाद होटल बंद हो गया तो उसे वापस जाने के लिए कह दिया गया। ये सभी एक नेपाल की बस में सवार हुए थे। लेकिन 30 मार्च को रामपुर में पकड़कर आश्रम पद्धति स्कूल में क्वारैंटाइन कर दिया गया। हरकला गर्भवती थी। शुक्रवार को उसने एक बच्चे को जन्म दिया। 


पल को यादगार बनाने के लिए किया नामकरण


जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि, गर्भवती महिला के प्रसव को लेकर उसके परिजन चिंतित थे। इसके लिए चिकित्सक से बात कर सभी जरूरी इंतजाम कराया गया था। शुक्रवार को महिला ने स्वस्थ्य बेटे को जन्म दिया है। महिला व उसका पति इस पल को यादगार बनाना चाहता था। इसलिए उसका नाम कोविड-19 रखा गया। 


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