सड़कों पर नजर आ रहे गांवों की तरफ पैदल जा रहे मजदूरों के जत्थे, कहा- पेट पालने शहर आए थे, भूखा लौटना पड़ रहा है

लखनऊ. देश में लॉकडाउन का शुक्रवार को तीसरा दिन है। काम-धंधा सब ठप हो गया है। पेट पालने के लिए शहर आए मजदूरों के पास अब वहां रुकने की कोई वजह नहीं बची। बस-ट्रेन सब बंद है। मजबूरी में मजदूर परिवार के साथ पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने गांवों के लिए रवाना हो चुके हैं। यूपी की ज्यादातर सड़कों पर ऐसे मजदूरों के जत्थे देखने को मिल जाएंगे। पैसे नहीं हैं, खाना नहीं है। पेट पालने के लिए शहर आए थे और भूखे ही गांव वापस लौटना पड़ रहा है। इन हालात से कोई अनजान नहीं है। संक्रमण का खतरा बरकरार है, लेकिन इंसानियत के नाते पुलिस और प्रशासन इन जरूरतमंदों की मदद के लिए हर जरूरी कोशिश कर रहे हैं। रास्ते में ऐसे मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है। संक्रमण से बचने के लिए मास्क दिए जा रहे हैं और साथ ही समझाया भी जा रहा है कि आपका ये सफर आपके अपनों को ही मुश्किल में डाल देगा।
लेकिन, सैकड़ों किलोमीटर के सफर पर निकले ये मजदूर कहते हैं कि हम कोरोना से शायद बच भी जाएं, लेकिन भुखमरी से जरूर मर जाएंगे। इन लोगों के पैरों में छाले पड़ गए हैं, पर ये रुक नहीं रहे... चलते जा रहे हैं अपने गांवों की ओर।


प्रयागराज: भूखों के लिए कराया भोजन का इंतजाम
कोरोना के खतरे के बीच भूखों के लिए पुलिस भोजन भी उपलब्ध करा रही है। इस कार्य में पुलिस के साथ जीआरपी और आरपीएफ के जवान भी लगे हैं। प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश अपने घर पर ही हलवाई बुलाकर भोजन के पैकेट तैयार करवा रहे हैं। इसी तरह सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिसकर्मियों ने जरूरतमंदों के लिए भोजन के पैकेट तैयार कर बांटे। 


बरेली: साहब हमें खाना दिलाइए...
देश में तमाम लोग रोड किनारे झोपड़ी बनाकर रहते हैं। लॉकडाउन के चलते उन्हें मजदूरी भी नहीं मिल रही है। बच्चे भूख से व्याकुल हो रहे हैं। बरेली में कई परिवार खाने की मांग को लेकर एसएसपी दफ्त पहुंच गए। लेकिन, वहां मिले पुलिसकर्मियों ने परिवारों को डीएम के यहां जाने की बात कहकर भेज दिया। सभी विकास भवन के पास जाकर बैठ गए। बाद में कुछ लोगों ने उनके खाने पीने का इंतजाम कराया। लेकिन, यहां प्रशासन को अभी राहत के लिए बहुत कुछ करना बाकी है। 


मिर्जापुर: बीमार लोगों का मुफ्त इलाज 
लॉकडाउन के चलते मिर्जापुर जिले में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। शहर के लालडिग्गी निवासी डॉ. जेके जायसवाल ने मरीजों के इलाज के लिए अपनी सेवाएं मुफ्त में देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि शहर में रहने वाले लोग जिन्हें लगे वे 9415257539 मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। देश की सुरक्षा के लिए लोग घरों में रहकर जंग लड़ रहे हैं, ऐसे में मैं घर-घर जाकर अपनी सेवाएं दूंगा। 


आगरा: मंडी में दिखी भारी भीड़
प्रदेश में कोरोना का पहला केस आगरा से ही सामने आया था। यहां अब तक 9 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, राहत की बात है कि, इनमें से 8 मरीज इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं। 9वां केस गुरुवार को ही सामने आया। बावजूद इसके लोग सबक नहीं ले रहे हैं। अपनी जान जोखिम में डालते हुए लोग सुबह-शाम घरों से बाहर निकल रहे हैं। शुक्रवार सुबह बसई मंडी में भारी भीड़ उमड़ पड़ी।


झांसी: मुंबई से प्रतापगढ़ जा रहे लोगों को रोका, महिला बीमार मिली
झांसी में पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। गुरुवार रात महाराष्ट्र नंबर की एक कार रोकी गई। इसमें एक बुजुर्ग महिला समेत 5 लोग सवार थे। महिला की तबीयत खराब थी तो पुलिस ने डीएम के कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। टीम ने थर्मल स्क्रीनिंग की तो महिला को 102 डिग्री बुखार था। फिर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। कार चला रहे युवक ने बताया कि वे मुंबई से अपने घर प्रतापगढ़ जा रहे हैं।


Popular posts
सीतापुर में बांग्लादेश के 7 जमातियों समेत 8 की रिपोर्ट पॉजिटिव; यहां मिले थे 33 तब्लीगी, प्रभावित इलाका सील
जमातियों को खोजने पहुंचे सिपाहियों पर हमला, भीड़ ने चौकी फूंकने का किया प्रयास; एएसपी घायल
दुश्वारियों के बीच क्वारैंटाइन सेंटर में नेपाली महिला ने बच्चे को दिया जन्म, पल को यादगार बनाने के लिए नाम रखा 'कोविड'
कोरोनावायरस के डर से मकान मालिक ने नर्स को घर से निकाला, तीन दिन पहले थाली बजाकर शुक्रिया कहा था